हरीश अंकल जिंदादिल इंसान हैं, हमेशा उनके चेहरे पर एक मुस्कुराहट होती ही है, दुःख करना तो जैसे उनको आता ही नहीं था।
4.
अगर आप नौकरी खो दे, या कोई नुक्सान हो जाए, अगर किसी प्रिय कि कि मृत्यु हो जाए तो दुःख करना स्वाभाविक है अपना दुःख यीशु को बताइए, इससे आप का मन हल्का होगा।